गर्भ से गगन तक उठते यक्ष-प्रश्न
महिला सशक्तीकरण का लक्ष्य प्राप्त करना उतना आसान नहीं है, क्योंकि कुरीतियों और कुप्रथाओं का 'पग-पसारा' विषम मायाजाल बुनता रहता है। भारतीय समाज में दहेज प्रथा, कम उम्र में विवाह, भ्रूण हत्या, गरीबी,...
View Articleस्त्री-गरिमा का गौरव दिवस
महिला दिवस का औचित्य तब तक प्रमाणित नहीं होता जब तक सच्चे अर्थों में महिलाओं की दशा नहीं सुधरती। महिला नीति है लेकिन क्या उसका क्रियान्वयन गंभीरता से हो रहा है। यह देखा जाना चाहिए कि क्या उन्हें उनके...
View Articleमहिला दिवस मनाएँ या नहीं?
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर विभिन्न क्षेत्र के प्रबुद्ध जन से चर्चा की गई। हमने उनसे पूछा कि यह दिवस मनाया जाना चाहिए या नहीं? आखिर क्या है इस दिन की महत्ता? हमें मिले ज्वलंत और जागरूक जवाब। पेश है...
View Articleनए दशक की नई नारी
नए दशक की नई नारी के पास कामयाबी के उच्चतम शिखर को छूने की अपार क्षमता है। उसके पास अनगिनत अवसर भी हैं। जिंदगी जीने का जज्बा उसमें पैदा हो चुका है। दृढ़ इच्छाशक्ति एवं शिक्षा ने नारी मन को उच्च...
View Articleनारी अब अधिकारों को पहचाने
न्यायिक प्रक्रिया इतनी जटिल, लंबी और खर्चीली है कि आम आदमी इससे बचना चाहता है। अगर कोई महिला हिम्मत करके कानूनी कार्रवाई के लिए आगे आती भी है, तो थोड़े ही दिनों में कानूनी प्रक्रिया की जटिलता के चलते...
View Articleभ्रूणों की समाधि पर
दो हड्डियाँ एक निठारी की एक रतलाम की, चलो, दोनों को मिलाएँ एक कठोर वज्र बनाएँ।वज्र हो ऐसा जिसे उठाना तो दूर छू न सके कोई भोगी और विलासी इंद्र, वज्र हो ऐसा जो झुक न सके किसी राजमुकुट के सम्मुख। ठंडे हो...
View Articleमाँ
बेसन की सौंधी रोटी पर खट्टी चटनी-जैसी माँ याद आती है चौका-बासन चिमटा, फुँकनी-जैसी माँ बान की खुरीं खाट के ऊपर हर आहट पर कान धरे आधी सोई आधी जागी थकी दोपहरी-जैसी माँ चिड़ियों की चहकार में गूँजे...
View Articleनारी-शक्ति, तुम्हें नमन
स्त्री को देवी समान दर्जा देने वाले भारत देश की महिलाओं ने अपने प्रयासों, अपने कार्यों और अपने लक्ष्यों के बल पर दुनियाभर में सम्मान और वही देवी का दर्जा हासिल किया है। राजनीति, उद्योग, समाजसेवा, खेल...
View Articleतुलसी-गंध जैसी माँ
स्नेह की निर्मल नदी- निर्बंध जैसी माँ कर्म की क्यारी की तुलसी-गंध जैसी माँ युग-युगों से दे रही कुरबानियाँ खुद की कुरबानियों से शाश्वत अनुबंध जैसी माँ जोड़ने में ही सदा सबको लगी रहती परिवार के रिश्तों...
View Articleमहिला दिवस : इतिहास के आईने में
अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस हर वर्ष 8 मार्च को विश्वभर में मनाया जाता है। इस दिन सम्पूर्ण विश्व की महिलाएँ देश, जात-पात, भाषा, राजनीतिक, सांस्कृतिक भेदभाव से परे एकजुट होकर इस दिन को मनाती हैं।
View Articleनारी तो बस नारी है
नारी का गुणगान ना आँको भैया नारी तो बस नारी है। अनंत काल से आज तक नारी ही रही है जिसने हर कठिन समय में भी कंधे से कंधा मिला दिया पुरुषों का साथ। फिर भी पुरुषप्रधान इस देश में ना मिल सका नारी को मान......
View Articleस्त्री सौन्दर्य को सस्ता ना बनाएँ
करियर, प्रतिस्पर्धा व जल्द से जल्द ढेर-सा पैसा व प्रसिद्धि (?) पाने की लालसा ने कुछ संपन्न व धनाढ्य स्त्रियों को जिस राह चलने का मोह जगाया है वह हमारी संस्कृति, सभ्यता पर तो कुठाराघात है ही, साथ ही...
View Articleमहिला दिवस : सच आज भी वही
महिलाओं के सम्मान और गौरव को समर्पित यह दिवस जब भी आता है मुझे लगता है हम एक कदम आगे बढ़कर दो कदम पीछे चल रहे हैं। दिन की महत्ता से इंकार नहीं मगर उलझन तब होती है जब उपलब्धियों की रोशन चकाचौंध में कहीं...
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